श्री राम का जन्म कीस वर्ष और कीस मास के दिन हुआ था?

श्री राम - कॉस्मोलॉजिकल टाइमलाइन

श्री विष्णु भगवान के अवतार श्री राम ने पृथ्वी पर राजा दशरथ और रानी कौशल्या के पुत्र स्वरुप में जन्म लिया था | श्री राम के जन्म समय के सन्दर्भ में सबसे विश्वसनीय स्रोत है महर्षि वाल्मीकि रचित रामायण | महर्षि वाल्मीकि रचित रामायण में बालकाण्ड में श्री राम के जन्म समय के ग्रहो की स्थिति दी गयी हे | श्री राम के जन्म समय पर चंद्र कर्क राशि में गुरु के साथ एवं पांच ग्रह गुरु, सूर्य, शुक्र, शनि, मंगल अपने – अपने उच्च स्थान पर बिराजमान थे |
श्री राम का जन्म चैत्र मास के नौवें दिन हुआ था |

श्री राम का जन्म राजा इक्ष्वाकु के कुल में हुआ था | भारत की आज़ादी के समय तक राजा इक्ष्वाकु के लगभग ३१० राजाओ का इतिहास ग्रंथो में उल्लेख मिलता है | इतिहास ग्रंथो में कुछ – कुछ जगह पर मतभेद मिलते हे इस कारण से लगभग ३१० कहा है, अगर १० से २० राजाओ का भी मतभेद हो ऐसा मन लिया जाये तो भी वह संख्या २९० से ३३०हो सकती है | पुष्टि कर सके वैसे बहोत सारे राज वंश और कुल वंश का इतिहास जाँच ने पर दो राज वंश या कुल वंश बिच में औसतन २० वर्ष से ५० वर्ष का अंतर मिलता है | श्री राम राजा इक्ष्वाकु कुल के ६३ वें राजा थे | भारत की आज़ादी १९४७ CE (कॉमन एरा) में हुई थी वहाँ से लगभग, नुन्यतम ५००० वर्ष और महत्तम १२५०० वर्ष के बिच में हुआ होगा |

यहाँ यह स्पष्ट होता हे के श्री राम का जन्म ३००० BCE (बिफोर कॉमन एरा) से १०५०० BCE (बिफोर कॉमन
एरा) के बिच में हुआ होगा |

महर्षि वाल्मीकि रचित रामायण के काल में वैदिक ज्योतिष के सिद्धांत ग्रंथो के आधार पर ग्रह नक्षत्रो की गणना की जाती थी | आज के ज्योतिष में ग्रह नक्षत्रो की गणना वह वैदिक ज्योतिष के सिद्धांत ग्रंथो की गणना से काफी अलग है | अतः सबसे पहले वैदिक ज्योतिष के सिद्धांत ग्रंथो के अनुरूप ग्रह नक्षत्रो की गणना करनी उचित हे जब हम महर्षि वाल्मीकि रचित रामायण में लिखित किसीभी खगोलीय घटना के सन्दर्भ लेते है | श्री राम के जन्म समय की जानकारी के लिए आज के एस्ट्रोनॉमी सॉफ्टवेर का उपयोग किया जाता हे, मगर उसमें भी त्रुटि है | श्री राम के जन्म समय पर आधारित पुस्तक श्री राम – कॉस्मोलॉजिकल टाइमलाइन में इन सभी बात की विस्तृत जानकारी दी गयी हे |

सभी बिन्दुओ को ध्यान में रख कर सभी त्रुटियों की शुद्धि कर के पिछले १३००० वर्षो के ग्रह – नक्षत्रो की स्थिति को जाँचा जाये तो श्री राम के जन्म समय पर ग्रहो की जो स्थिति हे वह सिर्फ एक बार ही मिलती हे |

श्री राम की जन्म तिथि हे, २२ फरवरी ७११९ BCE (बिफोर कॉमन एरा)